Love Shayari in Hindi|लव शायरी इन हिंदी
तुम आंखो की पलको की तरह हो गये हो ....
मिले बिना सुकून ही नही आता&p;
गुलाब खिलते रहे जिंदगी की राह में
हंसी चमकती रहे आप कि निगाह में
खुशी कि लहर मिले हर कदम पर आपको
देता हे ये दिल दुआ बार बार आपको।
काश तू आये और मुझे गले लगाके कहे,
यार मेरा भी दिल नही लग रहा है तेरे बगैर।
मोहब्बत उसी से करिए जनाब
जिससे उम्र भर झगड़ने की ठानी हो
कभी ना कभी वो भी मेरे बारे मे ये सोचेंगी जरूर,
की जब हासिल होने की कोई भी उम्मीद नहीं थी
फिर भी वो मोहब्बत करता था
इश्क वो है जब मैं शाम होने पर मिलने का वादा करूं
और वो दिन भर सूरज के होने का अफसोस करे।
आंखो से दूर दिल के करीब था मैं उसका और वो मेरा नसीब था, न कभी मिला न जुड़ा हुआ हमारा रिश्ता भी कितना अजीब था।
फुर्सत मिले तो कभी बैठ कर सोचना
तुम भी मेरे अपने हो या सिर्फ हम ही तुम्हारे है
ऐसा नहीं कि दिल में तेरी तस्वीर नही थी
पर हाथो में तेरे नाम की लकीर थी।
थोड़ी थोड़ी ही सही मगर बाते तो किया करो
चुप रहते हो तो भूल जाने का एहसास होता है
मुझको ढूंढ लेती है रोज एक नए बहने से तेरी याद
वाकिफ हो गयी हैं मेरे हर ठिकाने से
इंसान की फितरत यही है कि वो
किसी भी चीज की कद्र सिर्फ दो
बार करता है मिलने से पहले और खोने के बाद।
काश के वो लोट आये मुझसे ये कहने
की तुम कोन होते हो मुझसे बिछड़ने वाले।
हमे तुमसे मोहब्बत है हमारा इम्तिहान ले लो,
अगर चाहो तो दिल ले लो अगर चाहो तो जान ले लो।
जरुरी नही इश्क में बाहों के सहारे ही मिले
किसी को जी भर के महसूस करना भी मोहब्बत है।।
तुझे पलको पे बिठाने को जी चाहता है
तेरी बाहों से लिपटने को जी चाहता है
खूबसूरत की इंतेहा है तू
तुझे जिन्दगी में बसाने को जी चाहता है।
जो कट गई वो तो उम्र थी साहब
जिसे जी लिया उसे जिंदगी कहिये।।
किसी के प्यार को पा लेना ही मोहब्बत नही होती है।
किसी के दूर रहने पर उसको पल पल याद
करना भी मोहब्बत होती हे।
मत पूछ सीसे से उसको टूट जाने की वजह
उसने भी किसी पत्थर को अपना समझा होगा
जिंदगी में अगर कोई अच्छा लगे तो,
उसे चाहना प्यार मत करना क्योंकि
प्यार खत्म हो जाता है लेकिन चाहत कभी खत्म नहीं होती
ये मत सोचना की तुमने छोड़ दिया तो टूट गये हम
वो भी जी रहे है जिनको छोड़ा था तेरी खातिर।
दर्द से अब हम खेलना सिख गए।
हम बेवफाई के साथ जीना सीख गए।।
क्या बताएं किस कदर दिल टूटा है मेरा।
मौत से पहले कफन ओढ कर सोना सिख गए।।
इन्सान अपनी मर्जी से खामोश नही होता किसी ने बहुत
सताया हुआ होता है।
हम खुद ही रोये और रो कर चुप हो गए
ये सोचकर की आज कोई अपना होता तो रोने ना देता।
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