राजस्थान में हालात बिगड़े, कॉलोनियां बनीं 'नदी':400 गांवों में ब्लैकआउट; बाजार में दूध, फल-सब्जी की किल्लत, खाने-पीने का सामान स्टॉक कर रहे लोग
बिपरजॉय' तूफान के दो दिन पहले गुजरात से टकराने के बाद शुक्रवार देर रात से इसका असर राजस्थान में दिखना शुरू हो गया। गुजरात बॉर्डर से सटे सिरोही के माउंट आबू, जालोर के सांचौर और बाड़मेर के चौहटन समेत आस--पास के इलाकों में शुक्रवार देर रात से ही आंधी के साथ मूसलाधार बारिश का दौर जारी है।
हालात ये हैं कि बाड़मेर के रेगिस्तानी इलाके में कॉलोनियां पूरी तरह से डूब गई हैं। जिले के कई गांवों में बिजली सप्लाई को बंद कर रखा है। कॉलोनियों में पानी के नाले बहने लगे हैं।
बिपरजॉय का प्रभाव जालोर के सांचौर में भी है। यहां पिछले दो दिन से न सब्जी मिल रही है न ही फल। बड़ी मुश्किल से यहां के लोगों को दिन में दूध सप्लाई किया जा रहा है। इसके अलावा आस-पास के गांवों में ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी भी टूट गई है।
बाड़मेर की कॉलोनियों में बहने लगीं 'नदियां'
बाड़मेर जिले के चौहटन, सेड़वा, धनाऊ इलाके में 6 घंटे से लगातार बारिश हो रही है। सुबह से 45-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं।
हालात ये हैं कि चौहटन इलाके के आस-पास के तालाब चिपल नाडी, सोन तालाब, राम तालाब, बाणेसर लबालब भर चुके हैं।
चौहटन, बावड़ी, बूठ, बूठ रौठाड़ान, गुमने का तला, मिठराऊ, सरूपे का तला, गोहड़ का तला, बींजासर, बीसासर, ईशरोल कापराऊ सहित कई गांवों में तेज बारिश हो रही है।
चौहटन कस्बे में कॉलोनियों में 4-6 फीट तक पानी बह रहा है। कस्बे के दर्जनों घरों में पानी भर गया है। पुलिस व एसडीआरएफ की टीमें 8 हजार से ज्यादा लोगों को शिफ्ट करवा चुके हैं।
प्रशासन ने एनडीआरएफ को बुलाया
कलेक्टर अरुण पुरोहित ने बताया कि बाड़मेर के हालात को देखते हुए NDRF टीम को बुला दिया गया है। कवास, चौहटन, धनाऊ और धोरीमना इलाके में एक-एक टीम भेजी गई हैं।
उन्होंने बताया कि बाड़मेर के लिए अगले 12 घंटे महत्वपूर्ण हैं। तूफान फिलहाल सिणधरी, बायतु के आस-पास है। तूफान का मूवमेंट आने वाले 12 घंटों में किस तरफ रहेगा यह देखने वाली बात होगी।
बाड़मेर में यहां इतनी बारिश
चौहटन, धनाऊ, बाखासर, साता इलाके में बीती रात से लगातार बारिश हो रही है। शनिवार दोपहर 12 बजे तक सेड़वा में 211 एमएम बारिश, धोरीमना में 110, चौहटन में 130 एमएम बारिश दर्ज की गई है। हालांकि जिलेभर में मूसलाधार बारिश हो रही है।
400 से ज्यादा गांवों में ब्लैकआउट
बाड़मेर डिस्कॉम एसई अजय माथुर ने बताया कि एहतियात के तौर पर चौहटन, सेड़वा, धोरीमना इलाके में बिजली सप्लाई बंद कर दी है। यहां की 174 ग्राम पंचायत के करीब 500 गांवों में ब्लैकआउट किया हुआ है। इससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। शनिवार को तूफान को देखते हुए चौहटन, सेड़वा, धोरीमना ब्लॉक के गांवों की बिजली सप्लाई बंद की गई है।
फोटो सांचौर का है। यहां शुक्रवार रात से बारिश शुरू हुई, जो शनिवार शाम तक जारी रही। |
राजस्थान में हालात बिगड़े, कॉलोनियां बनीं 'नदी':400 गांवों में ब्लैकआउट; बाजार में दूध, फल-सब्जी की किल्लत, खाने-पीने का सामान स्टॉक कर रहे लोग
बाड़मेर/जोधपुर/जालोर2 घंटे पहले
'बिपरजॉय' तूफान के दो दिन पहले गुजरात से टकराने के बाद शुक्रवार देर रात से इसका असर राजस्थान में दिखना शुरू हो गया। गुजरात बॉर्डर से सटे सिरोही के माउंट आबू, जालोर के सांचौर और बाड़मेर के चौहटन समेत आस--पास के इलाकों में शुक्रवार देर रात से ही आंधी के साथ मूसलाधार बारिश का दौर जारी है।
हालात ये हैं कि बाड़मेर के रेगिस्तानी इलाके में कॉलोनियां पूरी तरह से डूब गई हैं। जिले के कई गांवों में बिजली सप्लाई को बंद कर रखा है। कॉलोनियों में पानी के नाले बहने लगे हैं।
बिपरजॉय का प्रभाव जालोर के सांचौर में भी है। यहां पिछले दो दिन से न सब्जी मिल रही है न ही फल। बड़ी मुश्किल से यहां के लोगों को दिन में दूध सप्लाई किया जा रहा है। इसके अलावा आस-पास के गांवों में ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी भी टूट गई है।
पढ़िए प्रदेश में बिपरजॉय कैसे तबाही मचा रहा है
फोटो बाड़मेर जिले के चौहटन कस्बे का है। यहां घरों में करीब 4 से 5 फीट पानी घुस गया।
फोटो बाड़मेर जिले के चौहटन कस्बे का है। यहां घरों में करीब 4 से 5 फीट पानी घुस गया।
बाड़मेर की कॉलोनियों में बहने लगीं 'नदियां'
बाड़मेर जिले के चौहटन, सेड़वा, धनाऊ इलाके में 6 घंटे से लगातार बारिश हो रही है। सुबह से 45-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं।
हालात ये हैं कि चौहटन इलाके के आस-पास के तालाब चिपल नाडी, सोन तालाब, राम तालाब, बाणेसर लबालब भर चुके हैं।
चौहटन, बावड़ी, बूठ, बूठ रौठाड़ान, गुमने का तला, मिठराऊ, सरूपे का तला, गोहड़ का तला, बींजासर, बीसासर, ईशरोल कापराऊ सहित कई गांवों में तेज बारिश हो रही है।
चौहटन कस्बे में कॉलोनियों में 4-6 फीट तक पानी बह रहा है। कस्बे के दर्जनों घरों में पानी भर गया है। पुलिस व एसडीआरएफ की टीमें 8 हजार से ज्यादा लोगों को शिफ्ट करवा चुके हैं।
बाड़मेर के चौहटन में शनिवार सुबह से ही बारिश का दौर जारी है। यहां बारिश की वजह से कॉलोनियों में पानी भर गया।
बाड़मेर के चौहटन में शनिवार सुबह से ही बारिश का दौर जारी है। यहां बारिश की वजह से कॉलोनियों में पानी भर गया।
प्रशासन ने एनडीआरएफ को बुलाया
कलेक्टर अरुण पुरोहित ने बताया कि बाड़मेर के हालात को देखते हुए NDRF टीम को बुला दिया गया है। कवास, चौहटन, धनाऊ और धोरीमना इलाके में एक-एक टीम भेजी गई हैं।
उन्होंने बताया कि बाड़मेर के लिए अगले 12 घंटे महत्वपूर्ण हैं। तूफान फिलहाल सिणधरी, बायतु के आस-पास है। तूफान का मूवमेंट आने वाले 12 घंटों में किस तरफ रहेगा यह देखने वाली बात होगी।
बाड़मेर में यहां इतनी बारिश
चौहटन, धनाऊ, बाखासर, साता इलाके में बीती रात से लगातार बारिश हो रही है। शनिवार दोपहर 12 बजे तक सेड़वा में 211 एमएम बारिश, धोरीमना में 110, चौहटन में 130 एमएम बारिश दर्ज की गई है। हालांकि जिलेभर में मूसलाधार बारिश हो रही है।
फोटो चौहटन का है। बारिश की वजह से पहाड़ों से झरने बहने लगे हैं।
फोटो चौहटन का है। बारिश की वजह से पहाड़ों से झरने बहने लगे हैं।
400 से ज्यादा गांवों में ब्लैकआउट
बाड़मेर डिस्कॉम एसई अजय माथुर ने बताया कि एहतियात के तौर पर चौहटन, सेड़वा, धोरीमना इलाके में बिजली सप्लाई बंद कर दी है। यहां की 174 ग्राम पंचायत के करीब 500 गांवों में ब्लैकआउट किया हुआ है। इससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। शनिवार को तूफान को देखते हुए चौहटन, सेड़वा, धोरीमना ब्लॉक के गांवों की बिजली सप्लाई बंद की गई है।
फोटो सांचौर का है। यहां शुक्रवार रात से बारिश शुरू हुई, जो शनिवार शाम तक जारी रही।
फोटो सांचौर का है। यहां शुक्रवार रात से बारिश शुरू हुई, जो शनिवार शाम तक जारी रही।
सांचौर में दो दिन से न फल न सब्जी, पूरा बाजार बंद
बिपरजॉय के असर से पहले ही जालोर जिले के सांचौर में 16 जून से बाजार को बंद रखने की घोषणा कर दी थी। शुक्रवार रात अचानक तेज हवा और बारिश के दौर से हालात बिगड़ने लगे। ऐसे में शनिवार को भी फल-सब्जी आदि की दुकानें बंद रहीं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि बाजार में सब्जी और फल की दुकान नहीं खुलने से काफी परेशानी हो रही है। केवल बाजार में दूध मिल रहा है। समस्त व्यापार मंडल के अध्यक्ष हरीश पुरोहित सीलू ने बताया कि सांचौर में 4 हजार से ज्यादा दुकानें हैं। चक्रवात की वजह से शहर में 50 करोड़ रुपए से ज्यादा का व्यापार प्रभावित हुआ है।
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