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जून 17, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

राजस्थान में हालात बिगड़े, कॉलोनियां बनीं 'नदी':400 गांवों में ब्लैकआउट; बाजार में दूध, फल-सब्जी की किल्लत, खाने-पीने का सामान स्टॉक कर रहे लोग

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बिपरजॉय' तूफान के दो दिन पहले गुजरात से टकराने के बाद शुक्रवार देर रात से इसका असर राजस्थान में दिखना शुरू हो गया। गुजरात बॉर्डर से सटे सिरोही के माउंट आबू, जालोर के सांचौर और बाड़मेर के चौहटन समेत आस--पास के इलाकों में शुक्रवार देर रात से ही आंधी के साथ मूसलाधार बारिश का दौर जारी है। हालात ये हैं कि बाड़मेर के रेगिस्तानी इलाके में कॉलोनियां पूरी तरह से डूब गई हैं। जिले के कई गांवों में बिजली सप्लाई को बंद कर रखा है। कॉलोनियों में पानी के नाले बहने लगे हैं। बिपरजॉय का प्रभाव जालोर के सांचौर में भी है। यहां पिछले दो दिन से न सब्जी मिल रही है न ही फल। बड़ी मुश्किल से यहां के लोगों को दिन में दूध सप्लाई किया जा रहा है। इसके अलावा आस-पास के गांवों में ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी भी टूट गई है। बाड़मेर की कॉलोनियों में बहने लगीं 'नदियां' बाड़मेर जिले के चौहटन, सेड़वा, धनाऊ इलाके में 6 घंटे से लगातार बारिश हो रही है। सुबह से 45-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं। हालात ये हैं कि चौहटन इलाके के आस-पास के तालाब चिपल नाडी, सोन तालाब, राम तालाब, बाणेसर लबालब भर चुक

LIVE:बिपरजॉय गुजरने के 36 घंटे बाद गुजरात में भारी बारिश:बनास नदी में बाढ़, पालनपुर शहर में पानी भरा; चारणका में सोलर पार्क डूबा

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बिपरजॉय चक्रवात गुजरात में कच्छ के तट से 15 जून की रात को टकराया था। तूफान गुजरने के 36 घंटे बाद भी प्रभावित इलाकों में लगातार बारिश हो रही है। इससे सौराष्ट्र-कच्छ समेत उत्तर गुजरात में तेज बारिश जारी है। पालनपुर, थराद, पाटण, बनासकांठा और अंबाजी जिलों में कई शहरों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। तूफान से पाटण में बने गुजरात के सबसे बड़े चारणका सोलर प्लांट को भारी नुकसान पहुंचा है। दो दिन से जारी बारिश के बाद प्लांट में घुटनों तक पानी भर गया है। तेज हवाओं से इसके सोलर पैनल झुक गए हैं। स्थानीय नदियों में बाढ़ की वजह से पाटण के सैकड़ों गांवों का संपर्क टूट गया है। बनास नदी में बाढ़, पालनपुर-अंबाजी हाईवे बंद बनासकांठा जिले में कल रात से तेज बारिश के बाद बनास नदी का पानी आबू रोड तक पहुंच गया है। पालनपुर-अंबाजी हाईवे को बंद कर दिया गया है। दर्जनों गांव बाढ़ के पानी में घिरे हुए हैं। वहीं, पालनपुर शहर के भी कई इलाके पानी में डूब गए हैं। शक्तिपीठ अंबाजी में बाढ़ के चलते राजस्थान और गुजरात के कई शहरों से आने वाले श्रद्धालुओं को बीच रास्ते से ही लौटाया जा रहा है। थराद में हवा की रफ्तार 80 से 90