बिपरजॉय में होर्डिंग्स गिरने से युवक की मौत का सच

 

बिपरजॉय में होर्डिंग्स गिरने से युवक की मौत का सच:राजस्थान में कहां लोगों को बचाने के लिए हेलिकॉप्टर बुलाना पड़ा?



बिपरजॉय तूफान राजस्थान में जमकर तबाही मचा रहा है। 16 जून से लेकर 19 जून तक प्रदेश के बाड़मेर, जालोर, पाली और सिरोही में बाढ़ के हालात हो गए।

रविवार को जालोर जिले का सांचौर और बाड़मेर जिले के धनाऊ, धोनीमना, सेड़वा और चौहटन समेत कई ग्रामीण इलाके पानी में डूब गए।

अब तक प्रदेश में 7 से ज्यादा मौत हो चुकी है, जबकि सैकड़ों लोगों को रेस्क्यू कर उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।

इसी तूफान और बाढ़ के बीच सोशल मीडिया से लेकर लोगों ने इन इलाकों के कई वीडियो शेयर किए। कई वीडियो और फोटो में सच्चाई थी तो कई ऐसे वीडियो थे, जिन्हें जालोर, बाड़मेर और जोधपुर का बता कर शेयर किया गया।

इनमें तीन वीडियो ऐसे थे जो 16 जून से लेकर 18 जून रविवार तक काफी शेयर किए गए।

ये तीन वीडियो थे

- डैम में फंसे कुछ लोगों को सेना का हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया जा रहा है

- हवा में उड़ता हुआ होर्डिंग आता है और स्कूटी सवार पर गिर जाता है

- एक्टिवा पर बैठे दो युवक पर अचानक पेड़ गिर जाता है

ये वीडियो भास्कर रिपोर्टर के पास भी पहुंचे। दावा किया गया कि ये वीडियो जालोर, बाड़मेर और सांचौर के हैं। लेकिन, जब इन तीनों वीडियो की पड़ताल की तो इनकी सच्चाई सामने आई।
इस वीडियो को भीनमाल (जालोर) का बताया गया। लेकिन, ये वीडियो तेलंगाना का है।

सेना के हेलिकॉप्टर ने बचाई लोगों की जान

दावा: 18 जून को सांचौर में बाढ़ के हालात के बाद रविवार को एक वीडियो सामने आया। दावा किया गया कि भीनमान का वणदार डैम टूट गया है और इलाकों में पानी भर गया है। इस वजह से दो लोग फंस गए है। इन लोगों को निकालने के लिए सेना को हेलिकॉप्टर के साथ बुलाया गया। रेस्क्यू करते हुए लोगों को लेकर दावा किया गया कि ये भीनमाल के लोग हैं।
जब वीडियो की पड़ताल की तो इसकी हकीकत सामने आई।

सच्चाई: इस वीडियो को लेकर सबसे पहले डिफेंस पीआरओ अमिताभ शर्मा से वैरिफाई किया गया। उन्होंने इस दावे का गलत बताया और बताया कि ये भीनमाल में सेना के किसी हेलिकाॅप्टर को नहीं भेजा गया है। इसके बाद जब इस वीडियो की पड़ताल शुरू की तो पता चला ये वीडियो तेलंगाना का है। 14 जुलाई 2022 को गोदावरी नदी में दो लोग फंस गए थे। इन्हें मंचेरियल सिटी से रेस्क्यू किया गया।
ये वीडियो कराची का है, जबकि इसे जालोर का बता कर शेयर किया गया।

स्कूटी सवार पर होर्डिंग गिरा, मौके पर मौत

दावा: जालोर में एक एक्टिवा सवार युवक पर तेज हवा से होर्डिंग गिरने का वीडियो सामने आया। 19 सेकेंड के इस वीडियो में दावा किया गया कि ये मुलेवा का है। इस वीडियो पर माली मुलेवा लिखा था। साथ में मैसेज था...जालोर मे एक की मौत हो गई है। तूफानी बारिश मे ऊपर से बोर्ड गिरा और स्कूटी पर जा रहे कैलाश पर गिर गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

हकीकत: ये वीडियो बिपरजॉय की एंट्री के पहले से शेयर किया जा रहा था। पड़ताल की तो सामने आया कि वीडियो पाकिस्तान के कराची का है। 2020 में वहां तेज बारिश हुई थी। 7 अगस्त 2020 को कराची में दो लोग स्कूटी पर जा रहे थे और हवा से होर्डिंग उन पर गिर गया। इसमें दो लोग घायल हो गए थे। इस वीडियाे को करीब दो साल पहले हैदराबाद का भी बता कर वायरल किया था।


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ये घटना जोधपुर में मई की है। इसे बिपरजॉय का असर बताते हुए अभी शेयर किया जा रहा है।

बिपरजॉय का असर, पेड़ टूट कर युवकों पर गिरा

दावा: राजस्थान में बिपरजॉय की एंट्री के बाद से एक वीडियो सामने आया। दावा किया गया कि राजस्थान में बिपरजॉय का असर दिख गया है। ये तूफान इतना खतरनाक है कि एक पेड़ टूटकर एक्टिवा पर जा रहे युवकों पर गिर गया। साथ में अपील की गई कि घरों से बाहर नहीं निकले।

हकीकत: ये वीडियो था तो राजस्थान का ही, लेकिन बिपरजॉय की एंट्री से 17 दिन पहले का। मई के अंतिम सप्ताह में वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से जोधपुर में बारिश हुई थी। घटना 30 मई को उदयमंदिर क्षेत्र की है। यहां पेट्राेल पंप के पास से गुजर रहे दो एक्टिवा सवार युवकों पर पेड़ की टहनी गिर गई थी। इतनी चोट नहीं आई थी, लेकिन इसका सीसीटीवी सामने आया था।
इस घटना में स्कूटी सवार दो युवक घायल हो गए थे।

अब इस फैक्ट चैक के साथ बारिश का अपडेट्स भी पढ़िए

20 से ज्यादा चक्रवात पिछले 12 साल में आए, लेकिन सबसे प्रभावशाली बिपरजॉय
बिपरजॉय को अरब सागर से आए अब तक के तूफानों में सबसे ज्यादा प्रभावशाली माना जा रहा है। ये लगातार 13 दिन एक्टिव रहा। इससे सबसे ज्यादा बारिश हुई। मौसम केन्द्र नई दिल्ली की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2011 से 2023 तक अरब सागर में 20 से ज्यादा चक्रवात आए हैं। इसमें सबसे ज्यादा प्रभावशाली और सबसे ज्यादा समय तक एक्टिव रहने वाला चक्रवात बिपरजॉय है।

6 जून को ये चक्रवात डिप्रेशन के रूप में अरब सागर में शुरू हुआ था, जो बाद में डीप डिप्रेशन, साइक्लोन स्टॉर्म, सीवियर साइक्लोन स्टॉर्म, वैरी सीवियर साइक्लोन स्टॉर्म, एक्ट्रीमली सीवियर साइक्लोन स्टॉर्म में कन्वर्ट हुआ। इससे पहले अक्टूबर 2018 में आया चक्रवात "लुबान' 10 दिन और अक्टूबर-नवंबर 2019 में आया चक्रवात "क्यार' 10 दिन तक एक्टिव रहा था।

जालोर में सबसे ज्यादा 18 इंच बारिश

चक्रवात की वजह से सबसे ज्यादा बारिश जालोर में हुई। यहां 17 जून सुबह 8:30 बजे से 18 जून शाम 8:30 बजे त 456 मिमी यानी 18 इंच पानी गिरा। इसी तरह आहोर (जालोर) में 471, भीनमाल 217, रानीवाड़ा 322, चितलवाना 338, सांचौर 296, जसवंतपुरा 332, बागोडा में 310 और सायला में 411 मिमी बरसात रिकॉर्ड हुई। इस कारण जालोर में हालात बेकाबू हो गए। हजारों लोगों को NDRF-SDRF की मदद से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।

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